शिवपुराण के रुद्र संहिता में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व बताया है। मान्यता है कि रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव हर मनोकमना पूरी करते हैं। साथ ही इससे ग्रह जनित दोष और रोगों से भी मुक्ति मिलती है। सनातन धर्म में यह सबसे शक्तिशाली और प्रभावशाली पूजा मानी जाती है। जिसका फल भगवान शिव प्रसन्न होकर तत्काल देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं रुद्राभिषेक की परंपरा की शुरुआत कैसे हुई, रुद्राभिषेक का महत्व और रुद्राभिषेक का आरंभ कैसे हुआ चलिए आपको बताते हैं.
The special importance of Rudrabhishek has been explained in the Rudra Samhita of Shivpuran. It is believed that Lord Shiva fulfills every wish by performing Rudrabhishek. Along with this, it also gives relief from planetary defects and diseases. This is considered the most powerful and effective worship in Sanatan Dharma. Whose fruit Lord Shiva is pleased with gives immediately. But do you know how the tradition of Rudrabhishek started, the importance of Rudrabhishek and how Rudrabhishek started, let us tell you.
#Rudrabhishek #LoadShiva #Vishnu